शिक्षा ही वास्तविक शक्ति है। शिक्षा के द्वारा समाज के सभी वर्गों गरीबों-अमीरों के लिये खोलकर शिक्षा को सर्वसुलभ किया जा चुका है। गुरूओं ने भारत की प्राचीन सभ्यता में महान आदर एवं सम्मान प्राप्त किया है। महाभारत के महान जननायक 'एकलव्य' इसका सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। भले ही सामान्य रूप से आज कुछ बदली हुई परिस्थिति समझ में आती हो, परन्तु शिक्षित एवं समझदार लोगों के दिलों में आज भी गुरूओं के प्रति महान श्रद्धा एवं सम्मान बाकी है। हो सकता इस बदलाव के लिये । केवल शिक्षक ही जिम्मेदार न हो परन्तु इसके कारणों को खोजने एवं समाधान का उत्तरदायित्व प्रमुख रूप से शिक्षकों को ही उठाना होगा।
हमारे संगठन के बेहद सुविधाजनक संसाधनों से आपका साथ देंगे। हम शिक्षा के अलावा भी आपके सामाजिक और व्यक्तिगत विकास को महत्वपूर्ण मानते हैं। हमारे कॉलेज में विभिन्न शैली के साथ-साथ छात्रों को विकसित करने के बहुत सारे सार्वजनिक कार्यक्रम, क्लब और संगठन हैं। शिक्षा का नया सत्र शुरू होने जा रहा है इस सुअवसर पर अध्यक्ष होने के नाते हम महाविद्यालय प्रबन्धतन्त्र की ओर से आप सबका स्वागत करते हैं, एवं दिली मुबारकबाद पेश करते है। यद्यपि कुछ ही वर्षों में बहुत कुछ किया जा चुका है परन्तु अभी भी बहुत कुछ किया जाना शेष है। हम शिक्षकों, कर्मचारियों, छात्र - छात्राओं, क्षेत्र से जुड़े हुए समाज सेविओं एवं सभी वर्गों से आग्रह करते है कि महाविद्यालय के उत्थान में अपनी सक्रिय भूमिका अदा कर हमें अनुग्रहीत करें।आशा और विश्वास के साथ सादर !
विनयावत:
नाम - श्री राजेश राय
प्रबन्धक